हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अंजुमन-ए-शरिया शिया-ए-जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष, हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन सैयद हसन मुसावी अल-सफवी, केंद्रीय इमामबारगाह, बडगाम में अपने जुमे के खुत्बे मे लद्दाखी लोगों की मांगों का समर्थन किया और कश्मीर घाटी में चल रही हत्याओं और लूटपाट के बारे में कड़े शब्दों में निंदा की।
वैश्विक समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अब पीड़ितों का नाम लेना भी अपराध हो गया है।
उन्होंने कहा कि अंजुमन-ए-शरिया शिया-ए जम्मू-कश्मीर लद्दाखी लोगों की मांगों का पूरा समर्थन करती है और अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए उनकी शांतिपूर्ण मांगों को जायज मानती है।
आगा हसन सफवी ने आगे कहा कि स्थानीय आबादी की अन्य मांगों के अलावा, जम्मू और कश्मीर अंजुमन-ए शरिया शिया ने राज्य की बहाली पर लद्दाखी लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग के साथ एकजुटता व्यक्त की और कारगिल और लेह के धार्मिक नेतृत्व को आश्वासन दिया कि संगठन नेतृत्व लद्दाखियों की मांगों को सदनों तक पहुंचाने का पुरजोर प्रयास करेगा।
अंजुमन-ए-शरिया शिया-ए जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष ने जुमे की नमाज के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को लद्दाखियों से बातचीत शुरू करनी चाहिए, ताकि वे भी अपनी मांगों को बेहतर तरीके से रख सकें।
आगा हसन सफवी ने पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में हुई हत्याओं और लूटपाट की घटनाओं की कड़ी निंदा की और कहा कि किसी साजिश के तहत घाटी में हमलों का बाजार फिर से गर्म होने लगा है, जिसका पता लगाया जाना चाहिए।
आगा हसन सफवी ने छून बडगाम में युवक के शव पर दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त की और बडगाम प्रशासन से मामले की जांच में तेजी लाने की भी मांग की।